अब पप्पू, चमचा, सफेदपोस गुंडे समेत 1161 शब्द हुए अमर्यादित
मध्यप्रदेश विधानसभा में 1161 शब्दों को असंसदीय माना जाएगा। मानसून सत्र से पहले स्पीकर गिरीश गौतम ने इन शब्दों की सूची जारी कर दी है। यहां असंसदीय शब्द एवं वाक्यांश संग्रह’ पुस्तक का रविवार को विमोचन किया गया।
पुस्तक में धोबी के कुत्ते की तरह, छुट्टे सांडों की तरह फिरना, कलमुंही, सफेदपोश गुंडे, बेशर्मों की तरह बैठना, मूर्खतापूर्ण, बेशर्म, झूठा, टुच्चा, ढोंगी, पाखंडी, नालायक, जमूरा, औकात, पापी, भाड़ में जाए, निकम्मा, भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री नहीं चलेगा, बकवास, अय्याशी, निकम्मी सरकार, धिक्कार, दस नंबरी, यार, मक्खनबाजी, भांड, चमचे, मिर्ची लगना, भ्रष्टाचारी, फालतू की बात, मोटी अकल, लल्लू मुख्यमंत्री, पागल, ढपोलशंखी, गप्पी दास, धिक्कार, ओछी, बंटाढार समेत 1161 शब्दों को असंसदीय माना गया है।