रुद्रप्रयाग 19 अप्रैल, 2023
वर्ष-2023 श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सुव्यवस्थित एवं सफलता पूर्वक संचालित करने के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए यात्रा व्यवस्थाओं में तैनात किए गए सेक्टर एवं सहायक सेक्टर आॅफिसरों को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में विकास भवन सभागार में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार द्वारा उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया ताकि यात्रा के सफल संचालन में किसी प्रकार की कोई परेशानी एवं दिक्कत न होने पाए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने सेक्टर एवं सहायक अधिकारियों से कहा कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसके लिए उन्हें जो दायित्व एवं जिम्मेदारी दी गई हैं वे उनका निर्वहन कुशलता एवं संवेदनशीलता के साथ करें। उन्होंने यह भी कहा कि सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।
उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के साथ किसी प्रकार की कोई क्रूरता न हो एवं बीमार व कमजोर घोड़े-खच्चरों का किसी भी दशा में संचालन न हो इसके लिए जी मैक्स द्वारा पोर्टल तैयार किया गया है जिसमें संचालित होने वाले घोड़े-खच्चर, मालिक एवं हाॅकर का पूरा विवरण उपलब्ध कराया गया है। यदि किसी के द्वारा किसी भी तरह से पशु क्रूरता एवं ओवर रेटिंग करता पाया जाता है तो उसका रजिस्ट्रेशन नंबर डालने से ही उसको ब्लाॅक करने की भी व्यवस्था की गई है। इस संबंध में उन्हें जो भी जानकारी दी जा रही है उस जानकारी को ठीक ढंग से ग्रहण कर लें ताकि यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि यात्रा मार्ग में किसी प्रकार की कोई समस्या होती है जिसमें सफाई व्यवस्था से संबंधित, पानी, विद्युत, स्वास्थ्य, हैली से संबंधित आदि समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर सभी सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारियों के पास होना आवश्यक है ताकि वह तत्काल संबंधित अधिकारी को सूचना प्रेषित करते हुए संबंधित समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी प्रकार की कोई समस्या है तो इसकी जानकारी तत्काल ग्रुप एवं संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया जाए।
इस अवसर पर उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राजीव गोयल, प्रतिनिधि पर्यटन विभाग, जिला पंचायत सहित संबंधित सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारी मौजूद रहे।