देहरादून जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने ऋषिपर्णा सभागार कलैक्टेªट में जनपद में गौ सदनों एवं निराश्रित पशुओं के आश्रय गृह के सम्बन्ध में बैठक लेते हुए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक विकासखण्ड में निराश्रित पशुओं के आश्रय गृह बनाने हेतु भूमि का चयन करने के लिए उप जिलाधिकारियों को पत्राचार किया जाए। साथ ही निर्देशित किया गौशालाओं का निर्माण हेतु मनरेगा से प्रस्तावित किया जाए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में निराश्रित पशुओं के संरक्षण एवं गौशाला हेतु भूमि चयन करने तथा इच्छुक ग्राम पंचायतों के माध्यम से गौशालाओं के संचालन के लिए जिला पंचायतीराज अधिकारी को पंचायतों को पत्राचार करने को कहा। साथ ही कहा कि यदि धन की कमी आ रही है तो खनन न्यास से प्रस्ताव तैयार कर लिया जाए।
बैठक में बताया गया कि जनपद में 05 पंजीकृत गौ सदन है तथा नगर निगम के गौ सदन में वर्तमान में लगभग 1500 पशु है, जिसकी क्षमता बढाई जाने हेतु प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। साथ ही बताया गया कि जनपद में लगभग 3000 निराश्रित पशु है।
जिलाधिकारी ने समस्त गौशाला संचालकों से कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए की गौशाला में कोई भी पशु भूखा/प्यासा न मरे। इस पुनीत कार्य में शत् प्रतिशत् योगदान दें। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग प्राप्त किया जाए।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ विद्याधर कापड़ी, जिला पंयायतीराज अधिकारी विद्यादत्त सोमनाल एवं नगर निगम देहरादून, नगर पालिका परिषदो के अधिकारी सहित गौशाला संचालक एवं सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।