केवल खुराना,पुलिस महानिरीक्षक/कमाण्डेन्ट जनरल,उत्तराखण्ड को वर्ष 2021 की फिक्की बेस्ट प्रैक्टिस स्मार्ट पुलिसिंग स्पेशल ज्यूरी अवार्ड 2021 प्रदान किया गया। उनके द्वारा बताया कि निदेशक यातायात के रुप में नियुक्ति के दौरान उत्तराखण्ड ट्रैफिक आईज एप्प तैयार किया गया था।
प्रायः देखने में आता है कि पुलिस की चैकिंग के दौरान आम जन नियमों का पालन करते है लेकिन पुलिस की अनुपस्थिति में खुले आम यातायात नियमों का उल्लंघन करते है। प्रत्येक चौराहा/तिराहा यातायात की दृष्टि से संवेदनशीलहोता है परन्तु इसके अनुरूप यातायात पुलिस की जनशक्ति में अपेक्षित वृद्धि नही होनें के कारण प्रत्येक स्थान पर यातायात पुलिस को नियुक्त किया जाना सम्भव नहीं हो पाता है। आम जन के द्वारा यातायात नियमों के उल्लंघन से सड़क दुर्घटनाएं घटित होती है तथा दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में जनहांनि होती है। इस प्रकार यातायात नियमो के खुले आम उल्लंघन करने वाले उल्लंघनकर्ता बड़ी संख्या में कार्यवाही से बच जाते है। पुलिस अथवा यातायात पुलिस की अनुपस्थिति में सार्वजनिक स्थान पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्व मोबाईल फोन का प्रयोग कर एडवार्यड मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से कार्यवाही करने के उदृदेश्य से वर्ष 2020 में ट्रैफिक आईज एप्प को एड्रावर्यड वर्जन तैयार किया गया Public की मांग पर पुनः Uttarakhand Traffic Eyes App को Android & iOS हाईब्रिड वर्जन में Upgrade किया गया। वर्ष 2022 में Uttarakhand Police App के रूप में संचालित है।
एप्लिकेशन को Google Play Store एवं Apple store से डाउनलोड कर यातायात नियमों का उल्लंघन करनें वाले वाहन की फोटो अथवा शार्ट वीडियो Traffic Eyes पर अपलोड की जाती है।फोटो/वीडियो अपलोड करनें के बाद offence को select कर सबमिट किया जाता है ।सम्बंधित जनपद में Admin के रूप में नामित पुलिस अधिकारी द्वारा अपनी Login Id का प्रयोग कर उल्लघंनकर्ता का विवरण निकालकर चालान किया जाता है।
इस APP के माध्यम से कोई भी व्यक्ति किसी वाहन चालक के यातायात नियमों का उल्लंघन करते पाये जाने पर वाहन के रजिस्ट्रेशन संख्या के साथ मोबाईल से फोटो खींचकर अथवा न्यूनतम 30 सेकेण्ड वीड़ियो बनाकर यातायात नियमों के उल्लंघन जैसे बिना हेलमेट वाहन चलाना, तीन सवारी दुपहिया वाहन चलाना, वाहन चलाते समय माबाईल फोन काप्रयोग करना, बिना सीट बैल्ट के वाहन चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना, रैश ड्राईविंग, सिग्नल का उल्लंघनकरना, खतरनाक तरीके से वाहन चलाना, वाहन में छत पर सवारियां बैठाकर ले जाना आदि वाहन के नम्बर सहित फोटो/वीडियों क्लिप अपलोड की जाती है।प्रत्येक जनपद में कम से कम 01 पुलिस अधिकारी को Traffic Eyes Webकी Login id/Password प्रदान किया गया है जो अपने-अपने जनपदों में प्रयोक्ताओं के द्वारा प्रेषित की गयी फोटो/वीडियो का सत्यापन करते हैं।सत्यापन के उपरान्त वाहन स्वामी का नाम, पता मोबाईल नम्बर फीड करने के बाद submit करके नोटिस वाहन स्वामी के मोबाईल पर चला जाता है तथा चालान नम्बर जनरेट हो जाता है, जिस वाहन स्वामी का मोबाईल नम्बर उपलब्ध नहीं होता है उसको पोस्ट के द्वारा नोटिस प्रेषित किया जाता है।इसमें फोटो खींचकर/वीडियो बनाकर भेजने वाले प्रयोक्ता का नाम-पता गुप्त रखा जाता है।वर्तमान में एप्प के 15000 से अधिक यूजर है जिनके द्वारा बड़ी संख्या शिकायते शेयर की जाती है।
एप्प के उदघाटन से जुलाई, 2022 तक तक लगभग 45 लाख का संयोजन शुल्क वसूल किया गया है।
एप पर प्राप्त शिकायतों को नोटिस चालानों के रूप में Generate किये जाने हेतु उत्तराखण्ड शासनकीअधिसूचना संख्या 907/xx-5-2021-03(24)2020 के द्वारा Uttarakhand Traffic Eyes App के चालानों को विधिक मान्यता प्रदान की गयी है।
वर्ष 2021 में फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग एवं बेस्ट प्रैक्टिस हेतु नामांकन मांगे गये थे उत्तराखण्ड राज्य के उत्तराखण्ड Traffic Eyes App का नामांकन फिक्की को प्रेषित किया गया उत्तराखण्ड राज्य सहित अन्य 19 राज्यों एवं 4 CAPF से कुल 192 Entry प्राप्त हुई थी इनमें से Uttarakhand Traffic Eyes App को Special Jury Award 2021 के लिए श्री केवल खुराना,पुलिस महानिरीक्षक,एस0सी0आर0बी0/कमाण्डेन्ट जनरल,उत्तराखण्डकोसम्मानित किया गया जिसे आज दिनांक 2 सितम्बर, 2022 को Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry Federation House, Tansen Marg, New Delhi में प्राप्त किया ।जो उत्तराखण्ड पुलिस एवं राज्य के लिए गौरव की बात है।