अपने संबोधन में राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी सिंह रावत ने कहा कि जहां गैर भाजपा सरकार में पुरानी पेंशन बाहर कर रही हैं वहीं भाजपा शासित राज्य मैं पुरानी पेंशन नहीं दी जा रही है। 1 मई को मजदूर दिवस के दिन संसद तक मार्च किया जाना है। इस मार्च को सफल बनाने के लिए उन्होंने सभी से अपील की है।
हल्द्वानीः पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर उत्तराखंड राष्ट्रीय पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने रैली का आयोजन किया। क्रांति रैली नाम से हुए इस प्रदर्शन में प्रदेश के विभिन्न कर्मचारी अधिकारी संगठनों ने प्रतिभाग किया।
प्रदेश प्रभारी विक्रम रावत ने कर्मचारियों से अनुरोध किया कि वह अपनी पूरी ताकत झोंक दें और इस लड़ाई को मंजिल तक पहुंचाने मैं अपना सहयोग प्रदान करें। प्रांतीय सचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि कार्मिक जीवन भर नौकरी करने के बाद भी पेंशन के हकदार नहीं हैं। यह अनुचित है।
प्रदेश महिला अध्यक्ष बबीता रानी ने सभी से एकजुट रहने की अपील की। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जयदीप रावत ने कहा कि आज रिटायर हुए कर्मचारी 1000 से 2000 तक पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। यह उनके साथ भद्दा मजाक है, और बर्दास्त से बाहर है। रैली मे मिलिंद बिष्ट तारागढ़ कड़ियाल, सोहन सिंह मान, जिला रमेश चंद्र पांडे, मनोहर कांत मिश्रा, नर्मदा पांडे, विजय मिश्रा, विजय गुप्ता, मुकेश बांगड़ा, कंचन आर्य, मोहन खातून तरुण तिवारी योगेश घड़ियाल, पान सिंह मेहता, दिगंबर फुलरिया, पुष्कर बांसवाड़ा, मोहन राठौर, दीप जोशी, शीतल साहब, दीपक शर्मा, पूरन सिंह, नरेंद्र भाटी, आलोक पांडे, राजीव कुमार, कन्नू जोशी, गिरीश पैन्यूली, प्रेमचंद ध्यानी, माखनलाल, जीवंती देवी, संतोष खंडूरी, डॉक्टर कमलेश मिश्रा, प्रदीप यादव समेत बड़ी तादाद में कार्मिक मौजूज रहे। संचालन अनुज सिंह पूजारी एवं कंचन कुमार आर्य ने किया।